राजन







वो जो इष्क़ की बातें न मुझसे करता है...
फ़िर भी बेइन्तेहा इष्क़ मुझसे करता है...
वो जो क़समें न खाए साथ निभाने की...
फ़िर भी साए सा साथ...हरदम रहता है...
मै भटकती हूँ नज़मों की तलाश में...तो...
खु़द नज़्म बन के ज़हन में उतरता है...
ऐसे शख़्स ने थामा है मेरी ज़िंदगी को...
दिल की हर ग़ज़ल मे वो उतरता है...

टिप्पणियाँ

Sarita Bhave ने कहा…
this is for my dear hubby 'RAJAN'
बेनामी ने कहा…
This is so touching !! Khuda Karen yeh pyaar yun hee hameshaa jawaan rahe, yun hee khiltaa rahey !!

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