निकाह लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप - अगस्त 20, 2010 एक शायर ने किया ग़ज़ल से निकाह..तमाम शेर-ओ-शायरी थे इसके गवाह..सब को डर था कैसे होगा इनका निबाह..शायर और ग़ज़ल की तो थी सिर्फ एक दूजे पे निगाह..इसी लिये तो किया था उन दोनो ने निकाह.. लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप टिप्पणियाँ Sarita Bhave ने कहा… ये महज़ तुकबंदी है...:-))
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